इंजीनियरिंग छात्रों ने बनाया प्रदेश का पहला मानव रोबोट, लागत जानकर चौंक जाएंगे आप

इंजीनियरिंग छात्रों ने बनाया प्रदेश का पहला मानव रोबोट, लागत जानकर चौंक जाएंगे आप

महासमुंद। छत्तीसगढ़ के तीन होनहार छात्रों ने मिलकर प्रदेश का पहला मानव रोबोट बनाया है। यह रोबोट मेटल शीट, पीवीसी पाइप और लकड़ी का उपयोग कर बनाया गया है। इसमें 11 मोटर, माइक्रो फोन, स्पीकर और इलेक्ट्रॉनिक बोर्ड का उपयोग किया गया है। इसकी आंखों में एलईडी लाइट का उपयोग किया गया है। यह रोबोट किसी भी चीज को उठाकर एक जगह से दूसरी जगह ले जा सकता है। इसको मोबाइल फोन से कनेक्ट किया जा सकता है। इसे इंटरनेट से दुनिया में कहीं से भी कंट्रोल किया जा सकता है। इसका उपयोग अस्पतालों में मरीजों की देखभाल में किया जा सकता है, जो संक्रमक बीमारियों से ग्रसित हैं।

इस रोबोट को महासमुंद के इंजीनियरिंग छात्र योगेश साहू, प्रवीण वर्मा और रिषिकेश यादव ने बनाया है। कोरोना वायरस के कारण अस्पतालों में रोबोट का उपयोग बहूत महत्वपूर्ण हो गया है। ताकि स्वास्थ्य कर्मियो और डॉक्टरों की कीमती जान को बचाया जा सके। इसका उपयोग कारखानों में मॉनिटरिंग के लिए उपयोग किया जा सकता है। साथ ही इसका उपयोग उन जगहों पर किया जा सकता है जहां मानव की जान को खतरा होता है। भिलाई के रूंगटा कॉलेज में अध्ययनरत महासमुंद के इंजीनियरिंग के छात्रों ने दो महीने तक हर दिन दो-दो घंटे समय देकर करीब पांच हजार की लागत से यह रोबोट तैयार किया है। इनका कहना है कि ये इस रोबोट को यूनिवर्सिटी में दिखाएंगे। इन्होंने बताया कि सरकार से मदद मिली तो और बेहतर कर पाएंगे।