पीयूष मिश्रा ने खोली विधायक के झूठे दावों की पोल, फेसबुक लाइव में बताई सच्चाई
भिलाई नगर। निगम भिलाई के निवर्तमान पार्षद पीयूष मिश्रा ने आज अपने फेसबुक लाइव पर भिलाई विधायक देवेंद्र यादव के उस दावे की पोल खोल दी जिसमें देवेंद्र यादव और उनके समर्थक यह दावा कर रहे थे की जिला चिकित्सालय दुर्ग के द्वारा 20 अप्रैल को जो सूची जारी की गई है उसका सैंपल 11 अप्रैल को लिया गया था। असल में जैसे ही पियूष मिश्रा के फेसबुक पर लाइव आने का मैसेज चला उसके कुछ मिनटों में ही देवेंद्र यादव ने अपनी टीम के द्वारा रिपोर्ट सार्वजनिक करके ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि भारतीय जनता पार्टी के लोग उनके बारे में गलत प्रचार कर रहे हैं और उन्होंने 3 अप्रैल, 11 अप्रैल और 13 अप्रैल की रिपोर्ट खुद ट्विटर पर सार्वजनिक की, जिसमें वह 3 तारीख और 11 तारीख को पॉजिटिव दिख रहे हैं और 13 तारीख की रिपोर्ट में नेगेटिव रिपोर्ट आई है। हालांकि उन्होंने 20 तारीख की रिपोर्ट का कोई उल्लेख ही नहीं किया और जिस 11 तारीख को लिए गए सैंपल कि वह बात कर रहे थे उसकी रिपोर्ट उन्होंने खुद सार्वजनिक कर दी। साथ ही साथ 20 तारीख की सूची में 549 लोगों के नाम हैं जिनमें से अधिकांश लोगों ने इस बात की पुष्टि की है कि उनके सैंपल 24 घंटे पहले या 1 दिन पहले लिए गए हैं फेसबुक पर यह सारी चीजें और सूची जारी होते ही विधायक देवेंद्र यादव समर्थकों की बोलती बंद हो गई उनके पास इस सूची और बताए गए तर्क का कोई भी जवाब ना होने से वह सभी अपने बगले झांकने लगे और किसी ने भी अपना कोई जवाब देना उचित नहीं समझा।
यहां देखें निवर्तमान पार्षद पीयूष मिश्रा का फेसबुक लाइव
पीयूष मिश्रा ने विधायक देवेंद्र यादव को अन्य विषयों पर भी आड़े हाथों लिया। श्री मिश्रा ने विधायक देवेंद्र यादव से कहा कि अगर 20 तारीख की जारी की गई है सूची गलत है तो जिला चिकित्सालय के जिन अधिकारियों ने इस सूची को जारी किया है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए और मेरे द्वारा सार्वजनिक तौर पर यह सूची दिखाने एवं खबरों में देने के लिए अपराध पंजीबद्ध किया जाए। पीयूष मिश्रा ने कहा कि आप गंदी राजनीति करना छोड़ कर अगर धरातल पर कार्य करते और आप की नीति इस कठिन समय में लोगों की मदद करने की होती तो शायद बहुत लोगों का जीवन बच जाता है लेकिन आपको फोटो खिंचवाने और राजनीति करने से फुर्सत ही नहीं है। श्री मिश्रा ने यह भी कहा कि 1 सप्ताह से घूम घूम कर आप केवल समस्याएं गिना रहे हैं किंतु समस्याओं के लिए कोई निदान या उसका हल नहीं निकाला। टाउनशिप में आ रहे गंदे पानी की समस्या यथावत है, अस्पतालों में और कोविड-19 में व्यवस्थाओं का बुरा हाल है। इसी तरह प्राइवेट अस्पतालों में भी किसके संरक्षण में आम लोगों से मनचाहा पैसा वसूल किया जा रहा है। आयुष्मान योजना तो छोड़िए प्राइवेट मेडिकल पॉलिसी भी काम नहीं आ रही है। दवाइयां और इंजेक्शन भी ब्लैक में दिया जा रहा है, लोग हलकान वह परेशान है और आप राजनीति करने में लगे हैं। श्री मिश्रा ने कहा कि दूसरों पर आरोप लगाने के बजाएं अगर सच्चे दिल से प्रयास करते तो शायद स्थितियां इतनी विकराल ना होती। आपने केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखकर भिलाई इस्पात संयंत्र के उन कर्मियों के बारे में जो करोड़ों संक्रमित होने के कारण जिनकी मृत्यु हो गई उनके परिवार से अनुकंपा नियुक्ति की मांग कर रहे हैं इसका मेरे द्वारा समर्थन किया जाता है। किंतु वह विभाग जो राज्य सरकार के अंतर्गत आते हैं डॉक्टर नर्सिंग स्टाफ इनके लिए अभी तक आपने क्यों प्रयास नहीं किया। बिजली विभाग के कर्मचारी जिसमें 7 लोगों की मृत्यु हो गई और 107 संक्रमित है इसके लिए आपने क्या प्रयास किए। वह सफाई कर्मचारी जो नगर निगम में इस विपरीत परिस्थिति में कोरोना की लड़ाई में हमारा साथ दे रहे हैं उन्हें नियमित कराने के लिए आपने क्या किया?
श्री मिश्रा ने ऐसे अनेकों मुद्दों पर देवेंद्र यादव को घेरा। साथ ही यह भी कहा कि आपके वे समर्थक जो फेसबुक और व्हाट्सएप में आपका मैसेज चला कर प्रचार करते हैं किंतु उनका वेतन नगर निगम से सफाई कर्मचारी के रूप में जाता है और जिन से आप लोगों की चरित्र हत्या का काम करवाते हैं। उनसे बोलिए कि बिना सत्य और तथ्यों के बगैर फेसबुक और व्हाट्सएप पर कुछ भी ना डालें।