बुजुर्ग एवं मानसिक रूप से बीमार लोगों की मदद में हमेशा तत्पर है ये संस्था, आप भी कर सकते हैं सहयोग
भिलाई नगर। एक तरह जहां लोग अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में बहुत ही व्यस्त है, वहीं एक संस्था ऐसी भी है जो बुजुर्गों और मानसिक रूप से अस्वस्थ लोगों की मदद करने के लिए तत्पर है। हम बात कर रहे हैं फील परमार्थम फाउण्डेशन की, जो बुजुर्ग एवं मानसिक रूप से अस्वस्थ लोगों के लिए काम करती है। संस्था द्वारा अब तक 10 हजार से ज्यादा लोगों को खाना उपलब्ध कराया जा चुका है।
संस्था के सदस्यों द्वारा बताया कि इस नेक पहल की शुरूआत एक मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति को देखकर हुई थी जो कूड़ेदान में पड़ा सड़ा- गला खाना खा रहा था। उन्होंने बताया कि शुरूआती दौर में हमने ये महसूस किया खाने की समस्या तो मात्र 1 प्रतिशत ही है, बावजूद इसके लोगों को अन्य तरह की मदद की भी जरूरत है। जिसके बाद हमने चिकित्सकीय सुविधा देना, सफाई करना, स्नान कराना एवं अन्य यथासंभव मदद देने का प्रयास शुरू किया।
उन्होंने बताया कि अब तक संस्था द्वारा 20 से अधिक मानसिक बीमार एवं 100 से अधिक बुजुर्गों को आपात स्थितियों से बचाया है। इतने प्रयासों के बावजूद हम कई लोगों के जीवन को बचाने में सफल नहीं हो पाए। जिसका प्रमुख कारण है कि हमें उनकी देखभाल या पुनर्वास के लिए कोई आश्रय नहीं मिल सका है। हमारे द्वारा हर प्रयास करने के बावजूद भी उन्हें सड़क किनारे रहना पड़ता है। कोरोना महामारी के बीच भी वे सभी बिना किसी जानकारी के सड़कों पर ही घूम रहे हैं।
हम पिछले एक साल से आश्रय / पुनर्वसन केंद्र के लिए कुछ जगह पाने की कोशिश कर रहे थे ताकि परित्यक्त लोगों के जीवन को बचाया जा सके और उन्हें एक सम्मानजनक जीवन दिया जा सके। अप्रैल 2020 में हमें भिलाई इस्पात संयंत्र (सेल) से एक पुरानी इमारत मिली। अब हम एक आश्रय / पुनर्वसन केंद्र स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं जो सड़क के किनारे के बुजुर्गों और मानसिक रूप से बीमार लोगों की सेवा के लिए समर्पित होगा। संस्था ने इस नेक पहल पर लोगों से समर्थन मांगा है। संस्था द्वारा बताया गया कि बीएसपी द्वारा आबंटित बिल्डिंग को रहने योग्य बनाने के लिए उसमें संधारण सहित कुछ जरूरी चीजों की आवश्यकता है जिसके लिए लगभग 5 लाख रूपए तक खर्च आएगा। संस्था ने सभी प्रबुद्धजनों से अपील की है कि वे इस नेक काम में हिस्सा लेकर जरूरतमंदों की मदद करें।