तब्गीली जमात से निकलकर अलग- अलग राज्यों में छिपे सैकड़ों लोग

तब्गीली जमात से निकलकर अलग- अलग राज्यों में छिपे सैकड़ों लोग

नई दिल्ली। तब्लीगी जमात को लेकर एक बड़ी बात सामने आई है जिसके अनुसार मरकज से निकलकर सैकड़ों लोग विभिन्न राज्यों में छिप गए हैं। आशंका है कि दिल्ली से पलायन करने वाले दिहाड़ी मजदूरों के बीच में शामिल होकर ये निकल गए। अब ये जहां गए हैं, वहां कोरोना फैलने का खतरा है। इनके आसपास वालों को अहसास तक नहीं कि उनके बीच इतनी खतरनाक बीमारी बांटने वाले लोग मौजूद हैं। फिलहाल पुलिस इन लोगों की जानकारी जुटाकर मोबाइल लोकेशन से तलाश में जुटी है। प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन का एलान किया तो दिल्ली से हजारों मजदूरों ने अपने गांवों की ओर पैदल ही पलायन शुरू कर दिया।

सूत्र बताते हैं कि इन्हीं के साथ मरकज से निकले लोग भी पैदल ही यूपी की ओर गए। सूत्रों का कहना है कि ये लोग बसों व ट्रकों के माध्यम से यूपी के कई जिलों में पहुंचे और वहां जाकर छिप गए। इन लोगों और इनके संपर्क में आए लोगों की तलाश में पुलिस जी-जान से जुटी है। निजामुद्दीन मरकज का कनेक्शन दिल्ली समेत 19 राज्यों से जुड़ रहा है। इनमें महाराष्ट्र, असम, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, पुड्डुचेरी, तमिलनाडु , कर्नाटक, अंडमान-निकोबार, आंध्र प्रदेश और कश्मीर हैं।

तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में देश-विदेश के 8 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए थे। सूत्रों का कहना है कि देशभर में लॉकडाउन होते ही मरकज में शामिल कुछ लोग 23 मार्च के बाद पैदल ही दूसरी जगह के लिए निकल गए। सूत्रों के मुताबिक, आनंद विहार के रास्ते इन्होंने यूपी में प्रवेश किया और पहचान छिपाते हुए खुद को मजदूर बताकर पुलिस को चकमा दिया। अब इस जानकारी के बाद उत्तर प्रदेश में पूरे प्रशासन के हाथ-पांव फूूलने लगे हैं। पुलिस ने निजामुद्दीन इलाके में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों को खंगालकर इनकी पहचान की बात कही, लेकिन खुलकर कुछ कहने को तैयार नहीं है।

भीड़ में शामिल होने से त्रासदी का खतरा

विशेषज्ञों का कहना है कि मरकज से निकले लोग मजदूरों की भीड़ मेें हुए तो बड़ी त्रासदी हो सकती है। इनमें से एक भी कोरोना वायरस से पीड़ित हुआ तो वह सैैकड़ों लोगों को संक्रमित कर चुका होगा। अब इन सैकड़ों लोगों से कितनों में संक्रमण फैलेगा, यह कल्पना ही सिहराने वाली है।